Monday, September 6, 2010

बिहार चुनाव का ऐलान.............

लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार बिहार विधानसभा चुनाव की तारिखों की घोषणा कर दी गई...नीतीश कुमार,लालू प्रसाद यादव औऱ रामविलास पासवान इनमें से एक भी नेता एसा नही जिसका दामन एकदम साफ हो...लालू की तुलना भ्रष्टाचार से करना ही, भ्रष्टाचार की तौहीन है...पासवान की राजनीतिक जमीन तो पहले से ही खिसक चुकी है...अब लालू के कंधे पर बैठकर बिहार की बैतरिणी पार करना चाहते है...और रही बात विकास पुरुष का दावा करने वाले नीतीश को तो...जाते-जाते वो भी अपने दामन में दाग लगावा बैठे...लेकिन बात दाग की नही है...बात तो अब शुरु होगी अब..जब जनता को वोट के नाम पर बांटा जाएगा...जनता को बाटने जाएगा जाति के नाम पर...पैसे से वोट खरीदे जाएगे औऱ बूथ लूटे जाएगें....लेकिन जनता करे तो क्या करें...एक ओर नक्सली और एक ओर सफेद कुर्ताधारी गुंडे जो कन्वर्ट होकर नेता बन गए है...बात अगर बिहार के पुराने नेताओं की करें तो कुछ गिने-चुनें ही साफ सुथरी छवि के दिख जांएगें ॥लेकिन उनकी तो बिहार में चलती नही...जब लालू जैसे नेता जो बिहार को रेलवे की ही तरह विकास की पटरी पर दौडानें की बात कर रहे है लेकिन वोट के लिए सहाबुद्दीन जैसे गुंडों से मिलने पहुंच जाते हैं...ऐसे लालू पर जनता भरोसा करे तो कैसे...पासवान को सिर्फ दिल्ली दिखती है और नीतीश भी अब दूध के धुले नही रहे...जनता सब जानती है॥बाढ से लेकर सुखे ने जनता को पहले ही तबाह कर रखा है...विकल्प में सारे चोर है ॥चुने तो चुने किसे...लेकिन इस बार तो शख्त कदम उठाने ही पडेगें अब कोई उपाय नहीं...इस बार अगर चुक गए तो एक बार फिर बिहार लूट जाएगा॥चोरों को पहचानों और ऐसे चोरों को चुनों जो इन सबमें इमानदार हो........