Saturday, March 13, 2010

महिला आरक्षण या महिला का अपमान

महिला आरक्षण के मुद्दे पे यादवो ने जो एकता दिखने की कोशिश की है या दिखा रहे है अगर यही एकता यादवो के बिकास के लिए दिखाते तो सायद यादवो का कुछ भला हो हो जाता। लालू ,मुलायम और शरद को शायद ये नही पता की यादव अब उनकी बातों में नही आने वाले है। यादवो के नाम पर अब तक राजनितिक रोटिया सेकने वाले ये नेता अभी भी अनपढ़ यादवो को बेवकूफ बना रहे है । सिर्फ अपने परिवार की चिंता करने वाले ये यादव नेता बाकि कितने यादवो को राजनीति में आगे लाये है ? इन्हें तो सिर्फ अपने परिवार की चिंता है और अब जब इन्हें अपनी लुटिया डूबती नजर आ रही है तो ये महिलाओ के नाम पर राजनितिक रोटिया सेकना चाहते है । लेकिन मेरे प्यारे यादव भाइयो अब जनता होसियार हो गई है । जातिवाद और धर्म की राजनीति से ऊपर आ जाओ और देश में गरीबो के लिए कुछ आवाज उठा लो । महिला बिल पे हल्ला मचाने वाले लालू भैया उस समय कहा था आपका विरोध जब राबरी जी को मुख्यमंत्री बना दिए थे । कोटे के अन्दर कोटे को लाकर अभी और कितने बटवारे करने का मूड है आपका । और नेताजी आपको तो खुश होना चाहिए आपकी बहु डिम्पल आरक्षण मिलते ही सांसद बन जाएगी कम से कम उन्हें हराने वाला कोई पुरुष नेता तो नही होगा । क्या कर रहे हो यादव भाइयो महिला का अपमान या इज्जत ?