Saturday, March 28, 2009

यह सच दिल्ली का है


यह भी सच है ?

वरुण गाँधी का नया ड्रामा

जब चुनाव आया तो वरुण को हिन्दुवों का ख्याल आया . वरुण को राहुल गाँधी जैसी लोकप्रियता चाहिए .पर वो कहा थे जब राहुल इस लोकप्रियता के लिए देश के कोने -कोने की धुल छान रहे थे .वरुण ने इस लोकप्रियता को पाने के लिए जिस तरीके को अपनाया वह बेहद शर्मनाक है .ख़ुद को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने का जो ड्रामा उन्होंने लोगो की सहानुभूति पाने के लिए रचा उसमे पीलीभीत की जनता फस गई . बेचारी जनता यह भूल रही है की देश को साम्प्रदायिकता की जो आग वरुण लगाना चाहते है उसमे गाँधी जैसे लोग नही आम लोग ही जलते है । वरुण की गिरफ्तारी को पुरे देश ने टीवी पर देखा। अब देश की जनता को तय करना ही होगा की हमें कैसे नेता चाहिए ।